डिजाइन (अभिकल्प)
औद्योगिक डिजाइन के पंजीकरण की प्रक्रिया डिजाइन अधिनियम 2000, के अंतर्गत नियंत्रित होती है │ डिजाइन किसी आकार, विन्यास, स्वरूप, अलंकरण अथवा किसी भी लेख पर लागू रंगों के दो या तीन आयामी (या दोनों रूपों) संयोजन को संदर्भित करता है│
यह किसी भी औद्योगिक प्रक्रिया
या तरीकों (हस्त-चालित
यांत्रिक
या रासायनिक) से विनियोग किये जा सकने योग्य होना चाहिए जो कि अपने आप में स्वतंत्र
अथवा एक
संयुक्त प्रक्रिया हो
सकती है,
जिसके उपरांत परिपूर्ण वस्तु
द्रष्टि-आधारित आकलन में अत्यंत आकर्षक व्यतीत हो │
डिजाइन किसी भी विधा या निर्माण के सिद्धांत अथवा किसी
यांत्रिक उपकरण मात्र को नहीं
माना
जा सकता │ किसी
ट्रेडमार्क
या किसी कलात्मक कार्य को भी डिजाईन नहीं माना जा सकता │
भारत में किसी डिजाइन के पंजीकरण की अवधि 10 वर्ष के लिए है जो कि 5 अतिरिक्त वर्ष के लिए बढ़ाई भी जा सकती है │
हमारी सेवाओं में निम्न सम्मिलित हैं:
- डिजाइन पंजीकरण के लिए डिजाइन प्रतिनिधित्व और आवेदन दाखिल करने आदि पर सलाह
- डिजाइन पंजीकरण के लिए आवेदन के खिलाफ मुकदमा चलाने
- डिजाइन आवेदन, विपक्ष और सुनवाईओं में भाग लेने के लिए
- डिजाइन आवेदन की याचिका
पीसीटी और राष्ट्रीय चरण आवेदन!